दुनिया भर में 39 मिलीयन लोग दृष्टिहीन, 246 मिलीयन की नजर कमजोर

दृष्टिहीनता की 80 फीसदी वजहों को टालकर
नजर को बचाया जा सकता है : डा. सिम्मी अग्रवाल
लुधियाना 25 सितंबर , (विषन): विश्व स्वास्थ्य संगठन का अनुमान है कि पूरी दुनिया में 285 मिलीयन लोगों की नजर कमजोर है। इनमें से 39 मिलीयन लोग दृष्टिीहीन हैं, जबकि 246 मिलीयन की नजर कमजोर है दुनिया में 3 में से 1 दृष्टिीहीन व्यक्ति भारत में रहता है। भारत में लगभग 18 मिलीयन लोग दृष्टिहीनता से पीड़ित हैं। सफेद
सफेद गोतिया दृष्टिहीनता की प्रमुख वजह डा. सिम्मी अग्रवाल ने बताया कि भारत में दृष्टिहीनता के कारणों में सफेद मोतियाबिंद सबसे आम कारण है, जो भारत में 50 से 80 फीसदी दृष्टिहीनता के लिए जिम्मेदार है। यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें आंखों का कुदरती पाणी लैंस अपारदर्शी बना शुभ हो जाता है, जिसको दौरा क्लाकडिंग भी कहा जाता है। जय स धंवला हो जाता है तो प्रकाश की किरणें इसमें से आसानी से नहीं गुजरती और आपकी दृष्टि हो जाता है। यह एक या दोन वसत हो सकता है। बढ़ती उम्र, वीज, धूम्रपान, पारिवारिक इतिहास और स्टीरॉयड जैसी कुछ दवाएं लेने से सफेद मोतियाबिंद के खतरे को बढ़ाते हैं। सफेद मोतियाबिंद होने पर नजर धुंधली होने, आँखें तेज रोशनी के प्रति संवेदनशील होने रात को देखने में परेशानी, रंगों को फीके या बदले हार देखने, चश्मे का नंबर बदलने जैसी समस्याएं आ सकती हैं। ऐसी उम्र संबंधित दिक्कतों की शुरुआत होने पर साल में एक बार आंखों के डाक्टर से चेकअप करवा लेना जरूरी है ताकि समय रहते इलाज शुरू हो सके।
मोतियाबिंद, ग्लूकोमा, कमजोर दृष्टि की समस्या, रेटिनल बीमारियां जैसे कि उम्र के साथ संबंधित मैकुलर डिजनरेशन और डायबिटिक रेटिनोपैथी दृष्टिहीनता की प्रमुख वजहें हैं। दृष्टिहीनता की वजह बनने वाली 80 फीसदी स्थितियों का इलाज कर दृष्टिहीनता से बचा जा सकता है। अंबे आई केयर एंड लेसिक सेंटर की प्रमुख व मशहूर नेत्र रोग विशेषज्ञ डा. सिम्मी अग्रवाल ने यह जानकारी दी।

40 साल से अधिक के लोग भी दूर नजदीक के चश्मे से पा सकते हैं छुटकरा
डा. सिम्मी अग्रवाल ने बताया कि आंखों के इलान में तकनीक से बहुत तरक्की कर ली है।
उसके अस्पताल अब आई केयर एवं लेसिक सेंटर में ऐसे उत्तर भारत में सबसे पहले जर्मन की नई तकनीक आई है,
जिससे 40 साल से अधिक आयु के लोग दशएवं दूर- नगदी के चरमों से छुटकारा पा सकते हैं।
इसके अलावा काले मोतिये पर्दे पानी बहने का इलाज भी वाजिव रेटों पर किया जाता है।
अस्पताल की प्रबंधक कमेटी की तरफ से आंखों का चैकआप तथा सभी लेज एवं आप्रेशनों पर विशेष छूट भी दी जा रही है
ताकि मरीज इन सुविधाओं का लाभ उठा सकें।

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